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वह प्यार नहीं हवस था

प्यारा हवस था तेरी आंखों में, मैं डूबा तेरी बातों में | सही गलत का अंदाजा ना था, तेरे प्यार का मुझे अंदाजा ना था || क्योंकि वह प्यार नहीं हवस था आंखों में प्यार का धोखा था , दोस्तों ने भी अनेक बार टोका था | मैं मर चुका था प्यार की साहिल में , मुझे क्या पता था इसमें भी धोखा था || क्योंकि प्यार तो वह था ही नहीं हवस था एक बात समझ में ना आया था मैं , तो प्यार में बह गए तेरे पास आया था | क्या देखा था तूने मेरे अायनो  पर, कि तुझे सिर्फ मुझ पर हवस आया था || क्योंकि वह प्यार नहीं हवस था कभी हाथ पकड़कर चलना था , मन मेरा भी यह करता था | वहां छोटा-मोटा बहाना था , तुम्हें तो सीधे मेरे रूम को ही आना था|| क्योंकि वह प्यार नहीं हवस था , क्योंकि प्यार तो बहाना था , तुम्हें सीधे मेरे रूम को ही आना था|